May 17, 2024

मध्यप्रदेश दिवस समारोह का सांस्कृतिक भव्यता के साथ 41वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में हुआ आयोजन

ई दिल्ली 18 नवम्बर, 2022

प्रगति मैदान में चल रहे 41वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में आज मध्यप्रदेश दिवस समारोह का सांस्कृतिक भव्यता के साथ आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ श्रीमती इमरती देवी सुमन, अध्यक्ष लघु उद्योग निगम, श्री पी. नरहरि सचिव, सूक्ष्य लघु और मध्यम उद्यम, श्री रोहित सिंह महाप्रबंधक, लघु उद्योग निगम और श्री पंकज राग, आवासीय आयुक्त द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस कार्यक्रम में श्रीमती अनुग्रह पी., विशेष आयुक्त सहित मध्यप्रदेश शासन के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। 



कार्यक्रम के दौरान स्वागत अभिभाषण में श्री नरहरि ने बताया कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित इस व्यापार मेले में मध्यप्रदेश मण्डप का निर्माण ’’वोकल फार लोकल, लोकल टू ग्लोबल’’ थीम पर किया गया है। मण्डप इन्दौर में निकट भविष्य में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लेने के लिए आगन्तुकों को निमंत्रित करता है। यह मण्डप आत्म-निर्भर मध्य प्रदेश रोड मैप सहित प्रदेश की नीतियों, उपलब्धियों, सांस्कृतिक धरोहर, कला और संस्कृति का अवलोकन करने का मौका प्रदान करता है।  छतरपुर की माटी शिल्प और भोपाल की जरी-जरदोजी कला का सजीव प्रदर्शन भी मण्डप में किया जा रहा है। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती इमरती देवी सुमन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लघु उद्योग निगम ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में हरसंभव सहायता दे रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला जैसे मंच के माध्यम से मध्यप्रदेश की गरीब महिलाओं को विदेशों में अपनी कला और कौशल का प्रचार-प्रसार करने के अच्छे अवसर मिलेंगे। 

मध्यप्रदेश दिवस समारोह में प्रदेश की समृद्ध संगीत और नृत्य विरासत का प्रदर्शन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्री भेरू सिंह चौहान और समूह ने मालवा क्षेत्र के कबीर लोक गायन और श्री संजय महाजन और समूह ने निमाड़ क्षेत्र के गणगौर लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। समारोह में शासकीय और निजी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी वितरित किये गये। मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड को पहला पुरस्कार और मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका को दूसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ।