दिल्ली। भारत विभाजन के पश्चात् पंजाब बंगाल को भारत में अपना प्रदेश मिला पर सिंधी समाज को कोई भी भूमि का टुकड़ा नहीं मिला जहा वो अपनी संस्कृति अपनी बोली अपना विकास कर पाए नतीजन 1947 के बाद सिंधी समाज पूरे भारतभर में फैल गया, दिल्ली में भी सिंधी समाज ने अपना ठिकाना बनाया और दिल्ली के विकास में अपना योगदान दिया। दिल्ली में इस समय 5 लाख सिंधी रहते है जोकि लगभग अपनी 70 पंचायतों व संस्थाओं के माध्यम से अपनी संस्कृति, बोली व त्यौहारों का संरक्षण करते रहते हैं, गत् 9 जुलाई 2023 को इन्हीं संस्थाओं को एक फैडरेशन का रूप दिया गया:
सेंट्रल सिंधी महापंचायत दिल्ली एनसीआर
जैसाकि सर्वविदित है, 500 वर्षों के सतत संघर्ष के उपरांत श्री रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनने जा रहा है जिसकी प्राण प्रतिष्ठा आगामी 22 जनवरी को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी करेंगे। पूरे देश में हर समाज में, हर पंथ में, उत्साह व उल्लास का माहौल है। इसीलिए सेंट्रल सिंधी महापंचायत दिल्ली एनसीआर पूरी दिल्ली की सिंधी पंचायतों व संस्थाओं के साथ मिलकर 22 जनवरी को 21हजार दीपों का महोत्सव भव्य दिवाली के रूप में मनाने जा रही है व इस कार्यक्रम का नाम है-एक दीप मेरे परिवार के नाम
कार्यक्रम पीतमपुरा में दीपाली चौक के नजदीक एपीजे स्कूल के सामने बत्रा टैंट हाउस के विशाल प्रागंण में किया जाएग, जिसमें दिल्ली की कई बड़ी राजनीतिक व सामाजिक हस्तियां शिरकत करने वाली हैं, केवल सिंधी समाज ही नहीं अपितु हर समाज, हर वर्ग व हर पंथ का व्यक्ति परिवार सहित इस कार्यक्रम में सादर आमंत्रित है। कार्यक्रम में राम भक्ति संगीत की प्रस्तृति ब्रदीनाथधाम से प. पवन गोडियाल व उनकी सुपुत्री कविता गोडियाल के साथ दिल्ली के प्रसिद्ध भजनीक संदीप सहगल देंगे। इनके अलावा बच्चों का फेंसी ड्रेस कम्पीटिशन भी रखा गया जोकि रामयाण के पात्रों पर आधारित होगा, इस कम्पीटिशन में जो भी बच्चा या बच्ची पुरस्कृत किया जाएगा उसे महापचंायत की ओर से परिवार सहित अयोध्याधाम के निःशुल्क दर्शन करवाए जाएंगे।
सेंट्रल सिंधी महापंचायत दिल्ली एनसीआर दिल्ली सिंधी समाज को एकजुट करने के साथ साथ सिंधी समाज के राजनैतिक अधिकार व सांस्कृतिक अधिकारों के लिए भी प्रयासरत है जैसे कि सिंध पाक से आने वाले सभी हिन्दु सिंधियों को पहचान पत्र दिलवाना, सिंधी विरासत भवन के लिए, सिंधी बहराणा विर्सजन के लिए सिंधु घाट दिल्ली एवं हरिद्वार में बनवाना। इसके अलावा सिंधी युवाओं को अपनी संस्कृति व सभ्याचार से परिचित करवाने के लिए युवा सम्मेलन व सिंधी व्यापार जो विश्व भर मे है उसे संगठित करके दिल्ली में सिंधी व्यापार सम्मेलन आयोजित करने जैसे कार्यक्रमों की योजना हो चुकी है।
महेश सुखवानी
अध्यक्ष
मनोज सिंधी
महासचिव
मोहन आहूजा
वरिष्ठ उपाध्यक्ष
मनोहर बलवानी
सलाहकार विशेष सहयोगी
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